पूरे साधना काल तक दीप और लोबान जलते रहने चाहिए एक माला (१०८ बार) से लेकर ११ माला (११८८ बार) तक रोज जप करें। यह निर्भर करता है कि आप कितनी जल्दी अपने उद्देश्य को प्राप्त करना चाहते हैं। अवगड़ का चेला, फिरूँ अकेला, कभी न शीश नवाऊंगा हाँ, https://vashikaran44208.vblogetin.com/38012040/a-simple-key-for-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra-unveiled