इस सवाल के जवाब में पीसी झा कहते हैं, "बेशक चंपई सोरेन अपनी दावेदारी पेश कर सकते थे. हरिनारायण सिंह कहते हैं, "चुनाव के मद्देनज़र हेमंत सोरेन का मुख्यमंत्री बनना और ज़रूरी हो गया था. अगर चंपई सोरेन सीएम बने रहते और हेमंत सोरेन कार्यकारी अध्यक्ष रहते तो वो चुनाव https://www.samridhbharat.in/